विटामिन B12 की कमी से क्या होता है- जानिये कारण, लक्षण, और इलाज I Vitamin B12 deficiency-causes, symptom & treatment

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शरीर को सुचारु रूप से चलने के लिए अनेकों पोषक तत्वों की ज़रूरत होती है जिनमे विटामिन B12 भी शामिल है। विटामिन B12 को कोबालामिन(cobalamin) भी कहा जाता है। कभी-कभी कई वजह से शरीर में विटामिन B12 की कमी हो जाती है। तब सही इलाज पाने के लिए आपका यह जानना ज़रूरी है की आखिर विटामिन B12 की कमी से क्या होता है जो हमे इस पर तुरंत ध्यान देने की ज़रूरत होती है। 

इस आर्टिकल में आप को विटामिन B12 से जुड़े लगभग सभी सवालों के जवाब मिल जायेंगे। जैसे, विटामिन B12 क्या काम करता है ? एक स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में कितना विटामिन B12 होना चाहिए ? विटामिन B12 की कमी के क्या लक्षण है ? विटामिन B12 की कमी कैसे पूरी की जा सकती है ? और भी बहुत कुछ। 

Vitamin B12 ki kami se kya hota hai

विटामिन B12 क्या काम करता है? /Functions of Vitamin-B12 in human body

1. RBC या लाल रक्त कोशिकाएं बनाता है 

विटामिन B12, RBC (Red blood cells)/ लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण के लिए ज़रूरी घटक है। इसकी कमी से या तो लाल रक्त कोशिकाएँ बनती नहीं है या फिर ठीक से विकसित नहीं हो पाती।  फलस्वरूप RBC या तो आकार में बड़ी हो जाती है या फिर उनका आकार ही ख़राब हो जाता है। ऐसी RBC ऑक्सीजन ले जाने में असमर्थ होती है। इस स्थिति को मेगालोब्लास्टिक एनीमिया (megaloblastic anemia) कहा जाता है। 

लाल रक्त कोशिकाएं शरीर में ऑक्सीजन के परिवहन का काम करती है। यानी यह शरीर के सभी अंगो तक ऑक्सीजन को पहुँचाती है। जिसका इस्तेमाल करके कोशिकाए शरीर के लिए ऊर्जा का निर्माण करती है। इस तरह अप्रत्यक्ष तौर पर विटामिन B12 शरीर के ऊर्जा उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। 

2. ऊर्जा का निर्माण करता है 

विटामिन B12 कार्बोहाइड्रेट को तोड़कर ग्लूकोज़ में परिवर्तित करके शरीर को ऊर्जा देता है। 

3. DNA का निर्माण करता है 

विटामिन B12, DNA के संलेषण के लिए एक महत्वपूर्ण घटक है। 

DNA एक तरह का प्रोटीन होता है। जो शरीर की हर कोशिका में उपस्थित होता है। DNA पर ही हमारी सभी अनुवांशिक (genetic) जानकारी मौजूद होती है। जो हमारी शारीरिक सरंचना व हमारे व्यवहार को तय करती है।  

4. मस्तिष्क व तंत्रिका-तंत्र को विकसित करता है 

विटामिन B12 मस्तिष्क व तंत्रिका तंत्र के विकास के लिए बहुत आवश्यक विटामिन है। यह तांत्रिक कोशिका (nerve fiber) के चारों ओर माइलिन (myelin) की एक परत बनाता है। जो शरीर में सन्देशो को अधिक रफ़्तार से पहुंचने में सहायक होती है। साथ ही यह याद रखने की ताकत, एकाग्रता व मस्तिष्क की संज्ञानात्मक(cognitive) शक्ति को बढ़ाता है। 

इन्हीं कारणों से विटामिन B12 भ्रूण के मस्तिष्क के विकास के लिए भी काफी ज़रूरी है। इसलिए गर्भवती महिलाओं के लिए विटामिन B12 लेना बहुत ज़रूरी होता है। 

5. हड्डियों को स्वस्थ रखता है 

प्रत्यक्ष तौर पर विटामिन B12 हड्डियों की मज़बूती में कोई भूमिका नहीं निभाता है। बल्कि विटामिन B12 स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण करके खून की ऑक्सीजन परिवहन की क्षमता को बढ़ा देता है। जो हड्डियों के लिए सभी ज़रूरी पोषक तत्व ठीक तरह से ले जाने का काम करता है। इस प्रकार हड्डियाँ स्वस्थ रहती है। 

जिन लोगों में विटामिन B12 की कमी होती है उन लोगो की हड्डियों में अस्थि की सघनता (density) कम देखी जाती है। इसलिए विटामिन B12 ऑस्टियोपोरोसिस(osteoporosis) नाम की हड्डी की बिमारी को रोकता है जिसमे हड्डियाँ खोखली होकर कमज़ोर हो जाती है।

6. डिप्रेशन या अवसाद को कम करता है 

विटामिन B12, न्यूरोट्रांसमीटर- डोपामाइन(Dopamine ) और सेरोटोनिन (Serotonin) के उत्पादन के लिए ज़रूरी है। यह दोनों न्यूरोट्रांसमीटर हमारे मूड को कण्ट्रोल करके या तो हमे उत्तेजित रखते है या फिर संतुष्ट। 

रिसर्च दिखाती है विटामिन B12 की कमी वाले व्यक्ति में डिप्रेशन देखने को मिलता है।  

7. बाल को बढ़ाता है 

विटामिन B12, कोशिका प्रजनन को बढ़ावा देता है। जिस कारण टूटे हुए बालों की कोशिकाएं विटामिन B12 की वजह से दोबारा बन जाती है। 

साथ ही स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाएं पर्याप्त ऑक्सीजन लाकर बालों तक ज़रूरी पोषक तत्व पहुँचाती है। जो बालों को मज़बूती देने के साथ-साथ उनकी लम्बाई को बढ़ाते है। 

8. त्वचा को जवान करता है 

विटामिन B12, कोलेजन नाम के ऊत्तक के निर्माण को बढ़ा देता है जो त्वचा को एक सरंचना प्रदान करके उसमे एक तनाव लाता है। कोलेजन त्वचा को एक लचीलापन देकर इससे झुर्रियाँ हटाता है। साथ ही यह त्वचा में जरुरी वसा का निर्माण करके इसे अवशोषित यानी हाइड्रेट करता है। जो इसे रुखा व बेजान होने से रोकता है। 

9. नाखूनो को स्वस्थ रखता है 

विटामिन B12, अप्रत्यक्ष तौर पर ऑक्सीजन पहुँचाकर नाखूनों तक ज़रूरी पोषक तत्व पहुंचाने में मदद करता है। जो नाखूनों को ताकत देकर उनकी लम्बाई बढ़ाता है। 

सामान्य  कितना विटामिन B12 शरीर में होना चाहिए ?/ Normal level of Vitamin B12 

औसतन विटामिन B12 की ज़रूरत व्यक्ति की उम्र पर निर्भर करती है। नीचे दी गई सूची उम्र के आधार पर विटामिन B12 की प्रतिदिन की आवश्यकता बताती है। 


0 -12 महीने के शिशु                     - 200-800 pg/ml 


1-17 वर्ष के बच्चे                         - 300-900 pg/ml 


18 या उससे ऊपर के लोग               -200-900 pg/ml 

विटामिन B12 की कमी क्यों हो जाती है ?

हमारा शरीर विटामिन B12 बना नहीं सकता। ऊपर लिखे विटामिन B12 के कार्य बताते है की यह शरीर के लिए कितना ज़रूरी है। इसलिए भोजन ही एक मात्र स्रोत है जहाँ से शरीर को विटामिन B12 मिल सकता है। मगर कई बार विटामिन B12 युक्त भोजन खाने के बाद भी यह शरीर को उपलब्ध नहीं हो पाता। 

भोजन में विटामिन B12, प्रोटीन के साथ बंधा होता है। मगर जब यह भोजन पेट में पहुँचता है तो पेट में मौजूद हाइड्रोक्लोरिक एसिड इसे प्रोटीन से अलग कर देता है। जिसके बाद यह पेट में मौजूद एक दूसरे प्रोटीन जिसे इन्ट्रिंसिक फैक्टर (intrinsic factor) कहा जाता है, उससे जुड़ जाता है। इसके बाद ही यह अवशोषित होकर खून में प्रवेश कर पाता है।

विटामिन B12 की कमी के कारण:-

1. भोजन में विटामिन B12 की कमी 

क्योकि भोजन के शाकाहारी स्रोतों में विटामिन B12 नहीं होता। इसलिए जो लोग शाकाहारी है या फिर वीगन है उनमे अक्सर विटामिन B12 की कमी हो जाती है। 

2. इन्ट्रिंसिक फैक्टर (intrinsic factor) की हीनता 

कुछ लोगो के पेट में इन्ट्रिंसिक फैक्टर (intrinsic factor) नहीं बन पाता। ऐसे में विटामिन  B12 युक्त भोजन खाने पर भी इसका अवशोषण नहीं हो पाता और शरीर में विटामिन B12 की कमी हो जाती है। इस बिमारी को पर्निशियस एनीमिया कहा जाता है। 

3. पेट में हाइड्रोक्लोरिक एसिड की हीनता 

एक्लोरहाइड्रिया नाम की बीमारी में पेट में हाइड्रोक्लोरिक एसिड नहीं बन पाता जो विटामिन B12 के अवशोषण के लिए ज़रूरी तरल है। 

4. बढ़ती उम्र 

बढ़ती हुई उम्र के साथ शरीर की विटामिन B12 को अवशोषित करने की शक्ति कम हो जाती है। तब भी विटामिन B12 की समस्या का उजागर होना आम बात है। 

5. पेट की सर्जरी 

पेट की कुछ ऐसी सर्जरी जिसमे आँतों के उस हिस्से को निकाल दिया जाता है जहाँ विटामिन B12 का अवशोषण होता है विटामिन B12 की कमी का कारण बनता है। 

6. गर्भवती और दूध पिलाने वाली महिलाओं में विटामिन B12 की मांग बढ़ जाती है। तब भी विटामिन B12 की कमी का सामना करना पड़ता है। 

7. अत्यधिक शराब पीना पाचन तंत्र को ख़राब करके विटामिन B12 के अवशोषण में बाधा पैदा करता है।

विटामिन B12 की कमी के लक्षण/रोग 

-पीली त्वचा

-अत्यधिक कमजोरी और थकान

-मतली, उल्टी, या डायरिया 

-भूख मर जाना 

-वज़न काम हो जाना 

-हाथ पैरो में सुन्नपन 

-ग्लोसिटिस (सूजी हुई जीभ) और मुंह के छाले

-सांस फूलना और चक्कर आना

-अवसाद, चिड़चिड़ापन आदि 

-छूने का पता न चलना 

-चलने और बोलने में परेशानी 

-नज़र का कमज़ोर होना 

-व्यव्हार में बदलाव 

विटामिन B12 की कमी को कैसे पूरा करे ?

विटामिन B12 की कमी का पूरा करने के विकल्प का चुनाव इस बात पर होना चाहिए की व्यक्ति में विटामिन B12 की कमी के कितने लक्षण है या बिलकुल भी लक्षण मौजूद नहीं है। 

1. टेबलेट के रूप में - यदि व्यक्ति में विटामिन B12 की कमी के कोई लक्षण नहीं है और वह पेट से विटामिन B12 अवशोषित कर सकता है तब टेबलेट के रूप में विटामिन B12 लेकर इसकी कमी को तुरंत पूरा किया जा सकता है। 

2. विटामिन B12 के इंजेक्शन - विटामिन B12 के इंजेक्शन तभी लेने चाहिए जब व्यक्ति में विटामिन B12 की कमी की वजह से कोई तंत्रीय(neurological) विकार देखने को मिलता है। दूसरा यदि किसी व्यक्ति के पेट में इन्ट्रिंसिक फैक्टर मौजूद ना हो तभी विटामिन B12 इंजेक्शन की सलाह दी जाती है। 

3. फ़ूड सप्लीमेंट्स - बाज़ार में कई ऐसे फ़ूड सप्लीमेंट्स मौजूद है जिनमे विटामिन B12 को अलग से डाला जाता है। उन्हें खाकर भी विटामिन B12 की कमी को पूरा किया जा सकता है। 

4. खाने के स्रोत - विटामिन B12 की थोड़ी बहुत कमी को भोजन के द्वारा ही पूरा किया जा सकता है। जैसा की विटामिन B12 पौधों से मिलने वाले भोजन में मौजूद नहीं होता है। इसलिए विटामिन B12 के शाकाहारी स्रोत काफी सिमित है। यह अधिकतर जानवरो के मांस व उनके उत्पादों से ही मिल पाता है। 

विटामिन B12 के शाकाहारी स्रोत /Vegetarian source of Vitamin B12 

-दूध

लगभग 250 ग्राम गाय के दूध से दैनिक ज़रूरत के 50 % विटामिन B12 की आपूर्ति हो जाती है। 

-पनीर

लगभग 100 ग्राम पनीर से दैनिक ज़रूरत के 20 % विटामिन B12 की आपूर्ति हो जाती है। 

-दही 

लगभग 180 ग्राम दही से दैनिक ज़रूरत के 15 % विटामिन B12 की आपूर्ति हो जाती है। 

-सोया मिल्क, बादाम मिल्क, ओट मिल्क 

इसके अलावा सोया मिल्क, बादाम मिल्क, ओट मिल्क भी विटामिन B12 के अच्छे स्रोत है। 

-कुछ मशरूम और शैवाल 

मशरूम खाने से भी विटामिन B12 मिलता है। 

-पोषक खमीर 

जैसे बासी रोटी, इडली और डोसा (चावल+उड़द दाल के खमीर वाले), फर्मेन्टेड चावल, आदि।   

-फोर्टिफाइड अनाज 

फोर्टिफाइड अनाज बाज़ारो में आसानी से उपलब्ध है। यह दैनिक ज़रूरत का 30 % विटामिन B12 उपलब्ध करा देते है। जैसे ओटमील, कॉर्नफ्लैक्स, मूसली आदि। 

विटामिन B12 की कमी में कौन से फल खाने चाहिए ?   

वैसे तो हरी पत्तेदार सब्ज़ियाँ व चटक रंग के फलों में विटामिन B12 मिल जाता है।      

-बादाम 

-खजूर 

-अखरोट 

-सूरजमुखी के बीज 

-अंजीर 

-कद्दू के बीज 

-अंजीर 

-संतरा 

-केला 

-ब्लूबेरी 

-सेब 

-मूंगफली 

विटामिन B12 के माँसाहारी स्रोत / Non-vegetarian source of Vitamin B12

-अंडा

-मछली 

-चिकन

 -बकरा

-भेड़ 

-समुद्री जीव जैसे झींगा, सीपियाँ आदि। 

कुछ सवाल 

1. विटामिन बी 12 की कमी का पता कैसे लगाएं? 

विटामिन B12 की कमी के कई लक्षण होते है जैसे अत्यधिक कमजोरी और थकान, मतली, उल्टी, या डायरिया, भूख मर जाना, वज़न काम हो जाना, हाथ पैरो में सुन्नपन, ग्लोसिटिस (सूजी हुई जीभ) और मुंह के छाले, सांस फूलना और चक्कर आना, अवसाद, चिड़चिड़ापन, छूने का पता न चलना, चलने और बोलने में परेशानी आदि। मगर बिना खून की जाँच निश्चित तौर पर इसकी कमी का पता नहीं लगाया जा सकता। 

2. B12 तुरंत कैसे बढ़ाएं?

यदि विटामिन B12 की कमी से कोई तंत्रीय (nerve related) नुकसान हुआ है तो इंजेक्शन के द्वारा ही इसकी कमी को तुरंत पूरा किया जा सकता है। बाकी थोड़े बहुत लक्षण पर टेबलेट के रूप में भी विटामिन B12 शरीर को दिया जा सकता है। बाकी भोजन के शाकाहारी व माँसाहारी दोनों स्रोतों से विटामिन B12 मिल जाता है जैसे दूध, दही, पनीर, मशरूम, मीट, चिकन, मछली, अंडे, समुद्री भोजन में शैवाल, झींगा, सीपियाँ आदि। 

3. कौन सी बीमारी कम बी12 का कारण बनती है?

एक्लोरहाइड्रिया और पर्निशियस एनीमिया दो ऐसी बीमारिया है जिनमे हाइड्रोक्लोरिक एसिड और इन्ट्रिंसिक फैक्टर ना बन पाने की वजह से विटामिन B12 का अवशोषण नहीं पाता और शरीर में विटामिन B12 की कमी हो जाती है।