बढ़ा चढ़ा कर नहीं बल्कि जानिए गुड़ खाने के असल फायदे और नुकसान - Health Benefits Of Jaggery

मीठे का शौक तो लगभग हर किसी को होता ही है।आजकल किसी भी चीज़ को मिठास देने के लिए चीनी का इस्तेमाल होता है। मगर चीनी के उत्पादन में कई तरह के केमिकल्स जैसे सल्फर, फॉस्फोरस आदि का उपयोग होता है। जो चीनी के सभी पोषक तत्वों को नष्ट कर देते है व साथ ही उसे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बना देते है। 

यही कारण है आजकल गुड़ को एक सेहतमंद स्वीटनर के तौर पर देखा जा रहा है। मगर इसे अपने आहार में शामिल करने से पहले आपको गुड़ खाने के सभी फायदे और नुकसान दोनों से परिचित होना चाहिए। इस आर्टिकल में हम इसी पर चर्चा करते हुए आपके कई और सवालों के जवाब भी देंगे। 

gud khane ke fayde


गुड़ के बारे में कुछ जानकारी 

गुड़ या तो गन्ने के रस या फिर खजूर के तने के रस से बनाया जाता है। रस को लोहे के बर्तन में खूब उबाला जाता है। उबलते समय उस पर इकठ्ठा होने वाला झाग निकाल दिया जाता  है। जिससे उसमे मौजूद गंदगी भी काफी हद तक बाहर आ जाती है। फिर गाढ़ा हो गए रस को सांचों में डालकर जमा दिया जाता है। 

अगर गुड़ की शुद्धता की बात करे तो लोग हल्के पीले गुड़ को यह सोच कर अधिक पसंद करते है क्योकि वे मानते है की हल्के पीले गुड़ में गंदगी नहीं होगी। मगर यह गलत धारणा है। गुड़ का रंग जितना गहरा होता है यह इस बात का सबूत होता है की गुड़ में मौजूद सभी पोषक तत्व अब भी उसमे बने हुए है। 

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लोगो की इसी धारणा का फायदा कुछ लालची गुड़ बनाने वाले करते है। वे सिंथेटिक केमिकल का उपयोग करके इसके रंग को सुनहरा करते है। ताकि वे इसे महंगे दामों पर बेच सके। 

अकसर काले गुड़ का इस्तेमाल आयुर्वेदिक दवाएं बनाने में होता है। माना जाता है की गुड़ का रंग देर तक लोहे के बर्तन में उबालने की वजह से काला पड़ जाता है जिससे उसमे भरपूर आयरन जुड़ जाता है। साथ ही यदि गहरे रंग के किसी भी गुड़ को थोड़े लम्बे समय तक स्टोर किया जाता है तो भी वह काला पड़ जाता है।  

गुड़ खाने के फायदे- Health Benefits Of Jaggery

1. हड्डियों को मज़बूत करता है 

गुड़ में बहुत से खनिज मौजूद होते है जो मज़बूत हड्डियों के लिए बहुत ज़रूरी है। 

इसमें मौजूद कैल्शियम, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, मैंगनीज़, जिंक व विटामिन-बी सभी मिलकर हड्डियों को मज़बूत रखते है। इसलिए यह कई बिमारियों जैसे भुरभुरी हड्डियों (osteoporosis) या हड्डियां कमज़ोर होने की वजह से जल्दी हड्डी टूट  जाना जैसी समस्याओं से दूर रखता है। 

2. खून की कमी को दूर करता है 

गुड़ में प्रत्येक 100 gm में करीब 10-13 mg आयरन मौजूद है। आयरन हमारे खून में हीमोग्लोबिन के बनने के लिए बहुत ज़रूरी है। जिसका काम है ऑक्सीजन को पूरे शरीर में फैलाना। मगर आयरन ठीक से न मिलने पर हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है। इस बीमारी को एनीमिया कहा जाता है। ऐसे में पूर्ण ऑक्सीजन न मिल पाने की वजह से मरीज़ थका-थका महसूस करता है। कम ऑक्सीजन में दिल को अधिक काम करना पड़ता है और वो जल्दी-जल्दी पंप करता है। साथ ही कई बार दिल का आकार भी बढ़ जाता है और अतंतः हार्ट फेल की वजह से मौत तक हो सकती है।  

3. इम्युनिटी या रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है 

गुड़ में प्रोटीन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम, फॉस्फोरस, सोडियम, आयरन, विटामिन-ए, विटामिन-ई आदि ढेरो खनिज व विटामिन्स पाए जाते है। यह सभी मिलकर हमारे शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता को बढ़ा देते है जिसे आप इम्युनिटी का बढ़ना भी कह सकते है। 

4. खून साफ़ करता है 

आपने आजकल चलन में आ रही डेटॉक्स ड्रिंक्स के बारे में ज़रूर सुना होगा। कई हेल्थ एक्सपर्ट्स आपको कई तरह की डेटॉक्स ड्रिंक्स का सेवन करने की सलाह देते हुए मिल जाएंगे। 

डेटॉक्स का मतलब है जो टक्सिन्स यानी ज़हरीले पदार्थो से दूर करे । इन ड्रिंक्स का भी काम खून से ज़हरीले केमिकल्स या टॉक्सिन्स को बाहर करना होता है। 

गुड़ भी बॉडी को डेटॉक्स करने में काफी गुणकारी है। इसमें मौजूद की एंटीऑक्सिडेंट्स खासकर सेलेनियम खून से फ्री रैडिकल्स को बाहर करके शरीर की कोशिकाओं को उनके दुष्प्रभाव से बचा लेता है। 

5. पेट को ठीक रखता है 

गुड़ पेट में मौजूद खाने को पचाने वाले डाइजेस्टिव एन्जाइम्स के रिसाव को बढ़ा देता है। जिस कारण खाना जल्दी पचने लगता है। यही वजह से पुराने समय से खाने के बाद गुड़ खाने की परंपरा है। ऐसा करने से अपच, गैस, एसिडिटी, पेट में भारीपन जैसी समस्याओं से बचा जा सकता है। 

6. हाई ब्लड प्रेशर को कम करता है 

गुड़ में पोटासियम व मैग्नीशियम मौजूद होते है। जो हाई ब्लड प्रेशर को नार्मल रखता है व ह्रदय को स्वस्थ।

पोटासियम खून में सोडियम के लेवल को नियंत्रित रखता है। दरसल जब शरीर में सोडियम की मात्रा अधिक हो जाती है तो शरीर को उसी अनुपात में पानी की भी ज़रूरत होती है ताकि उतना सोडियम उसमे घुल सके। इसी कारण खून में पानी का लेवल बढ़ जाता है। और अंततः खून की मात्रा भी। जिस कारण ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। जिससे ह्रदय को जल्दी जल्दी पंप करना पड़ता है। कई बार तो ह्रदय का आकार भी इस कारण बढ़ जाता है। 

जबकि मैग्नीशियम ह्रदय व रक्त धमनियों पर कैल्शियम के असर को नियंत्रित रखता हैं। कैल्शियम रक्त धमनियों की दीवारों पर जमा होकर उन्हें संकुचित तो करता ही है साथ ही उनका लचीलापन ख़त्म कर देता है। मैग्नीशियम खुद रक्त धमनियों पर बांधकर कैल्शियम के इस असर को नहीं होने देता। 

7. दूध पिलाने वाली माताओं में दूध की मात्रा को बढ़ाता है 

गुड़ में ढेरो प्रकार के खनिज व विटामिन्स मौजूद होते है। जो दूध बनने की मात्रा को बढ़ा सकती है।  मगर अब तक कोई ऐसी रिसर्च मौजूद नहीं है जो इस बात का दवा कर सके की गुड़ दूध के निर्माण को बढ़ाता है। मगर भारतीय आयुर्वेद इन फायदों की पुष्टि करता है।

8. शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाता है 

गुड़ में ढेरो प्रकार के खनिज व विटामिन्स मौजूद होते है। खासकर इसमें जिंक व आयरन मौजूद है। जो पुरषों के प्रजनन स्वास्थ्य को सुधरने में काफी सहायक हो सकते है। मगर अब तक इसके लिए भी ऐसी कोई रिसर्च मौजूद नहीं है जो इस बात का दवा कर सके। मगर भारतीय आयुर्वेद इन फायदों की पुष्टि करता है। 

अधिक गुड़ खाने के नुकसान 

गुड़ में ढेरों पोषक तत्व मौजूद है इसमें कोई शक नहीं। मगर फिर भी यह एक प्रकार की शर्करा है।जिसमे इसके  दो प्रकार सुक्रोज़ और ग्लूकोज़ मौजूद होते हो। नीचे दी गई गुड़ के पोषक तत्वों की लिस्ट बताती है की यह सभी पोषक तत्व हमे तभी मिलेंगे जब हम एक बार में 100 gm गुड़ खाएंगे। जो एक शर्करा को खाने के हिसाब से काफी अधिक है। यही कारण है की आप गुड़ को सिर्फ चीनी के दुष्प्रभावों से बचने का मीठा विकल्प ज़रूर मान सकते है। मगर आप इसमें मौजूद पोषण को ज़रूरत के अनुसार नहीं खा सकते। 

1. गुड़ वज़न बढ़ाता है  

गुड़ के हर दाने में कैलोरी मौजूद है। 100 gm गुड़ में 38.3 कैलोरी मौजूद है। यही वजह है जब आप ज़रूरत से ज़्यादा गुड़ खाएंगे तो यह अधिक कैलोरी चर्बी के रूप में जमा होकर आपको मोटा कर देती है। 

2. ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा देता है 

अधिक गुड़ खाने से खून में शर्करा की मात्रा बढ़ जाती है 

गुड़ के पोषक तत्व/100 ग्राम

कैलोरी - 38.3
कार्बोहाइड्रेट - 9.81 ग्राम
शर्करा - 9.7 ग्राम
कैल्शियम - 40-100 mg
मैग्नीशियम - 70-90 mg
पोटैशियम - 1056 mg
फॉस्फोरस - 20-90 mg
सोडियम -19-30 mg
आयरन - 10-13 mg
मैंगनीज - 0.2–0.5 mg
जिंक - 0.2–0.4 mg
कॉपर - 0.1–0.9 mg
क्लोराइड - 5.3 mg  
विटामिन ए - 3.8 mg
विटामिन बी1 - 0.01 mg
विटामिन बी2 - 0.06 mg
विटामिन बी5 - 0.01 mg
विटामिन बी6 - 0.01 mg
विटामिन सी - 7.00 mg
विटामिन डी2 - 6.50 mg
विटामिन ई - 111.30 mg
विटामिन पीपी - 7.00 mg 
प्रोटीन - 280 mg
फेनोलिक्स - 280-320 mg

कुछ सवाल :-

1. रोज़ गुड़ खाने से क्या फायदा होता है ?

रोज़ 10-20 gm गुड़ खाने से खून साफ़ होता है , हड्डियां मज़बूत होती है, अपच, गैस व पेट फूलना जैसी दिक्क़ते नहीं होती, ब्लड प्रेशर ठीक रहता है, ह्रदय स्वस्थ रहता है, व इम्युनिटी बढ़ती है। मगर रोज़ाना गुड़ की मात्रा इस से ज़्यादा नहीं होनी चाहिए वरना यह नुक्सान दे सकता है। 

2. गुड़ में कौन सा विटामिन पाया जाता है ?

गुड़ में विटामिन ए, विटामिन बी1, विटामिन बी2, विटामिन बी5, विटामिन बी6, विटामिन सी, विटामिन डी2, विटामिन ई पाए जाते है।  

3. क्या गुड़ से वज़न बढ़ता है ?

जी, हाँ गुड़ से वज़न बढ़ता है। गुड़ एक प्रकार की शर्करा है जो कैलोरी से निहित है। 100 gm में 38.3 कैलोरी होती है। इसलिए यदि आप गुड़ की अधिक मात्रा खाते है तो ही यह वज़न बढ़ने का कारण हो सकता है। आमतौर पर रोज़ाना 10-20 gm गुड़ खाना आपको वज़न बढ़ने के खतरे से दूर रखता है। 

4. गुड़ की तासीर कैसी होती है ?

गुड़ की तासीर गर्म ही होती है। इसमें कई प्रकार के खनिज व विटामिन्स मौजूद है जो शरीर पर गर्म प्रभाव डालते है।  इसलिए इसे गर्मियों में ना खाने की सलाह दी जाती है। 

5. गुड़ के नुक्सान क्या है ?

ज़्यादा गुड़ खाने से आपका ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है और साथ ही इसमें निहित कैलोरी आपके वज़न को भी बढ़ा देती है।  



Medically edited by:- 
Dr. Dolly